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ठगों को सबक सिखानेवाले पुलिस इंस्पेक्टर ही हुए ठगी का शिकार, FIR दर्ज करा जान बचाने की लगाई गुहार

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द फॉलोअप डेस्क 

मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में ठगों को सबक सिखानेवाले पुलिस इंस्पेक्टर (Police Inspector) ही ठगी का शिकार हो गये। मामला यहां तक गंभीर हो गया कि इंस्पेक्टर साहब को थाने में FIR दर्ज करना पड़ा औऱ अपनी व अपने परिवार की जान बचाने की गुहार लगानी पड़ी। मामला मध्यप्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) का है। खबर है कि यहां के रिटायर पुलिस इंस्पेक्टर आसाराम गौतम से एक जमीन ब्रोकर ने 11 लाख रुपये ठग लिये। ब्रोकर ने आसाराम से ये राशि दो बार में ली। इसके लिए उसने आसाराम के नाम अपनी जमीन की रजिस्ट्री करने का झांसा दिया। लेकिन बाद में वो रिजस्ट्री कराने से मुकर गया और आसाराम व उनके परिवार को कथित तौर पर जान से मारने की धमकी भी दी। 

क्या है पूरा मामला 

मिली खबर के मुताबक रिटायर पुलिस इंस्पेक्टर ग्वालियर के थाटीपुर इलाके में रहते हैं। आसाराम का यहां अपना मकान है। इसमें किरायेदार के रूप में रहनेवाले रामसेवक राम नाम के आदमी ने आसाराम को जमीन ब्रोकर ताराचंद से मिलवाया। बताया कि ताराचंद को 8 लाख रुपयों की जरूरत है। इसके बदले में वो अपनी जमीन गिरवी रखने के लिए तैयार है। आसाराम ने ताराचंद को 8 लाख रुपये देकर एग्रीमेंट कर लिया। तय समय सीमा बीत जाने के बाद जब ताराचंद ने पैसे नहीं लौटाय़े तो एग्रीमेंट के मुताबिक उन्होंने जमीन अपने नाम करने के लिए कहा। ताराचंद ने जमीन उनके नाम करने के नाम पर और 2 लाख रुपये ले लिये। इसके बाद भी उसने जमीन की रजिस्ट्री आसाराम के नाम नहीं की। वो समय देकर उनको बराबर टालता रहा। 

ऐसे खुला ठगी का राज 

काफी दबाव देने के बाद ताराचंद ने आसाराम को एक बार कोर्ट में नये एग्रीमेंट के लिए बुलाया। लेकिन वो खुद कोर्ट नहीं पहुंचा। इसके बाद आसाराम को शक हुआ क्योंकि ताराचंद ने उनसे बात करना भी बंद कर दिया। आसाराम ने अपने मातहतों के जरिये ताराचंद से संपर्क किया कि तो उनको जान से मारने और परिवार को नुकसान पहुंचाने की धमकी मिलने लगी। इससे आसाराम इतने डर गये कि उन्होंने थाटीपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी और अपने व अपने परिवार की जान ताराचंद से बचाने की गुरार लगाई। पुलिस ने मामले में धोखधड़ी केस दर्ज जांच पड़ताल शुरू कर दी है।